बर्ष 2024 में धनु राशि पर शनि का प्रभाब :
धनु राशि और शनि : इस बर्ष शनि महाराज बर्ष पर्यन्त आपकी राशि से तीसरे स्थान में रहेंगे । ज्योतिषीय गणना के अनुसार तीसरा शनि धन लाभ कराता है । भोज संहिता के अनुसार इस बर्ष आपके लिए धन लाभ की स्थितियां निर्मित हो रही है । कुछ बिशेष कार्यों से आकस्मिक रूप से धन लाभ होगा । इस साल पराक्रम में बृद्धि के योग हैं । पराक्रम बढ़ोतरी होगी ।
आप आजीबिका का नए स्तोत्र भी खुलेंगे , धनु राशि के जातक येन -केन प्रकारेण अपना काम करबा ही लेते हैं । काफी लम्बे समय से रूका हुआ व अटका हुआ रूपया प्राप्त होगा । ब्यापार में बिस्तार की योजना पर काम शुरू होगा , घर में किसी नबीन बस्तु की खरीददारी संभब हैं । भूमि भवन , बाहन आदि की खरीद के योग है । शरीर का कष्ट व रोग दूर होगा । रोग के प्रति साबधान रहे । ब्लड प्रेशर , ब्लड सुगर आदि से साबधान रहे । नौकरी में बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश नहीं रहेंगे । लक्ष्यों को हासिल करने का दबाब बना रहेगा । बर्ष के अंत में आपको पदोन्नति व आय में बढ़ोतरी होगी ।
परिवार के सदस्य हर परिस्थिति में ,आपके साथ खड़े रहेंगे । शत्रु षडयंत्र से साबधान रहें । 30 जून से 15 नवंबर के मध्य शनि बक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे । इस समय आपको काफी साबधानी व सतर्कता से काम करना चाहिए । अगर आप सरकारी नौकरी में हैं , तो अपने काम को सतर्कता से अंजाम दें, अनजान व अजनवी ब्यक्तियों से लेन -देन में सतर्कता रखें । आप पर कोई झूठा आरोप , प्रत्यारोप लगया जा सकता हैं । बाहन साबधानीपुर्बक चलाबें किसी रिश्तेदार या मित्र के साथ कोई अनहोनी हो सकती है । पैसा तो आयेगा परन्तु पास में टिक नहीं पायेगा । कोर्ट -कचहरी में स्थितियां आप के पक्ष में बनेगी। झूठी गबाही से बचें । पारिबारिक बिबाद किसी की मध्यस्थता से हल हो जायेगा । शनि की शान्ति के लिए शनि दोष के निम्न उपाय करे ।
साल 2024 में धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के उपाय:
1)धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए किसी भी बिद्वान ब्राम्हण द्वारा या स्वयं शनि के तंत्रोक्त , बैदिक या पौराणिक मन्त्रों के 23000 जाप करें या कराएं । शनि का तंत्रोक्त मंत्र निम्नलिखित है – “ॐ प्रां प्रीं स: शनैश्चराय नमः”
2) धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए शनिबार का ब्रत रखे । इस दिन एक समय सायंकाल में ही भोजन करें । शनि संबंधी उपचार करने के बाद उपबास खोलने पर दान अबश्य ही करना चाहिए ।
3) धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए कीड़ी, नगरा सींचे । चीटियों को भोजन कराएं ।
4 )धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए काला कंबल, उड़द की दाल, काले तिल, तेल,चरण पादुका (जूते ), काला बस्त्र , मोटा अनाज व लोहे के पात्र का दान करना चाहिए ।
5) शनि की पीड़ा को कम करने के लिए , 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएं ।
6 )धनु राशि और शनि के दुस्प्रभाब को कम करने के लिए बैगनी रंग का सुगन्धित रूमाल पास में रखें ।
7) शनि मंदिर में शनि की मूर्ति पर तिल का तेल चढ़ाएं ।
8) शनि भगबान के सामने खड़े रहकर दर्शन नहीं करें, किनारे में खड़े रहकर दर्शन करें , जिससे शनि की दृष्टि आप पर नहीं पड़े ।
9 )शनि न्याय के देवता है , अतः उन्हें हाथ नहीं जोड़ा जाता । दोनों हाथ पीछे करके सिर झुका कर उन्हें नमन करें ,जिस प्रकार ब्यक्ति न्यायाधिकारी सन्मुख खड़ा होता है ।
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आचार्य प्रदीप कुमार (मो) :+91-9438741641 (Call/Whatsapp)