रोग शांति के लिए मंत्र :
रोग शांति मंत्र : “पर्बत उपर पर्बत।
पर्बत ऊपर स्फटिक शिला।
स्फटिक शिला पर अंजनी।
जिन जाया हनुमंत।
नेहला टेहला कांख की कखराई।
पीछे की आढटी।
कान की कनफेंट राल की।
बढ कण्ठ की कंठमाला।
घुटने का डहरू।
ढाढ की ढढशूल।
पेट की ताप,तिल्ली किया।
इतने को ढूर करें।
भश्मंत न करें।
तो तुझे माता अंजनी का दुध।
पिया हराम।
मेरी भक्ति।
गुरू की शक्ति।
फुरो मंत्र।
ईश्वरो बाचा।
सत्य नाम आदेश गुरू का।”
बिधि : इस मंत्र का जप करते हुए झाडा करने से कहे गए समस्त रोग दूर होते हैं।
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे :मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या