मंत्र :”ओम कनक प्रहार ।
धन्धर छार।
प्रबेश कर डार-डार।
पात-पात,झार-झार।
मार-मार।
हुंकार-हुंकार।
श्वद सांचा, पिण्ड कांचा ओम क्रीं क्रीं।”
कान के दर्द का मंत्र:
बिधि : आक के पते पर सात बार मंत्र पढकर उसमें गाय के घी को चुपडकर इसका रस निचोडें और दोनों कान में डालें। दो पल मे दर्द चला जायेगा।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 /9937207157 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या