गृह निर्माण हेतु साधना :
द्गृह निर्माण हेतु : वितीया ,पंचमी ,सप्तमी ,एकादशी अथबा पूर्णिमा तिथि में से किसी एक दिन एक उल्लू को पकड़ लायें तथा पूजन करें । पूजन करते समय स्वयं पूरब दिशा की और मुँह करके , कुश के आसन पर बैठना चाहिए तथा उल्लू को अपने सामने बैठाये रखना चाहिए । इसके बाद मंत्र का 7008 बार जप करना चाहिए । मंत्र इस प्रकार है –
गृह निर्माण हेतु मंत्र :
मंत्र : “ॐ नम: मनोभिलाषा पुरणाय पक्षिराजाय काकारि लक्ष्मी बाहनाय डं डं डं डं डं, ठं ठं ठं ठं ठं ठह स्वाहा ।”
हर बार मंत्र पढ़ने के बाद उल्लू के शरीर पर एक –एक फूंक मारते जाना चाहिए ।
इसके बाद अगर आहार को तुरंत ग्रहण करले तो यह समझना चाहिये की मकान एक बर्ष के भीतर बन जाएगा । अगर कुछ देर से ग्रहण करे तो समझना चाहिए की मकान बनने की कोई सम्भाबना नहीं है ।
उल्लू को आहार के लिए मांस देना चाहिए तथा उसमें देशी शराब भी मिली देनी चाहिए । आहार को उल्लू के सामने रखकर स्वयं उसके सामने से हटकर किसी ओट में खड़े होकर देखना चाहिए कि यह उस आहार को किस प्रकार ग्रहण करता है । अगर आहार को तुरंत ग्रहण करले तो उसे छोड़ देना चाहिए ।
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