छाया ग्रह राहु की लक्षण और आसान उपाय :

छाया ग्रह राहु की लक्षण और आसान उपाय :

छाया ग्रह राहु : क्या आप झूठ बोलते हैं, लोगों को धोखा देने, शराब पीने और परस्त्री गमन की आदत है, तो आप छाया ग्रह राहु के प्रकोप के शिकार हो सकते हैं, क्योंकि छाया ग्रह राहु पाप ग्रह है और व्यक्ति पर केवल इसकी छाया पड़ने से ही उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है । वैसे तो राहु मूलतः छाया ग्रह है, फिर भी छाया ग्रह राहु एक पूर्ण ग्रह के समान ही माना जाता है । यूं तो इसका अपना कोई अस्तित्व नहीं होता, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे शनि ग्रह से भी अधिक हानिकारक माना जाता है । ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति के जीवन में एक बार राहु की महादशा जरूर आती है । यह महादशा एक या दो नहीं बल्कि पूरे 18 वर्ष चलती है । इस अवधि में छाया ग्रह राहु से प्रभावित व्यक्ति को अपमान और बदनामी का सामना भी करना पड़ सकता है ।
छाया ग्रह राहु के खराब होने से परेशानी:
– शराब पीना और पराई स्त्री से संबंध रखना।
– झूठ बोलना और धोखा देना।
– अपने गुरु या धर्म का अपमान करना।
– तांत्रिक कार्य या गड़े धन या गलत की इच्छा।
– किचन छोड़कर अन्य जगह भोजन करना।
– हमेशा कटु वचन बोलना।
– ब्याज का धंधा करना।
– लगातार तामसिक भोजन करना।
छाया ग्रह राहु खराब होने के लक्षण:
– मद्यपान या सेक्स में ज्यादा लिप्त रह सकते हैं।
– बात-बात पर आपा खोना।
– वाहन दुर्घटना, पुलिस केस या पत्नी से झगड़ा।
– आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव।
– सिर में चोट लग सकती है।
– गैरजिम्मेदार और लापरवाह होना।
– ससुराल पक्ष के लोगों से झगड़ा।
– सोचने समझने की ताकत कम होना।
– जीवन में डर और शत्रु में बढ़ोतरी।
– आपसी तालमेल में कमी।
छाया ग्रह राहु से फायदे:
– व्यक्ति दौलतमंद होगा
– कल्पना शक्ति तेज होगी
– रहस्यमय या धार्मिक बातों में रुचि होगी
– व्यक्ति में श्रेष्ठ साहित्यकार, दार्शनिक, वैज्ञानिक या अन्य गुणों का विकास होगा
छाया ग्रह राहु के कारण होने वाली बीमारी और परेशानी:
– गैस की परेशानी
– बाल झड़ना
– पेट संबंधी रोग
– बवासीर
– पागलपन
– यक्ष्मा रोग
– निरंतर मानसिक तनाव
– लगातार सिरदर्द
– व्यक्ति पागलखाने, दवाखाने या जेलखाने तक जा सकता है
– कोई बड़ी बीमारी या मृत्यु तक हो सकती है
छाया ग्रह राहु को सुधारने के तरीके :
– भगवान भैरव के मंदिर में रविवार को तेल का दीपक जलाएं ।
– हर सोमवार शिवलिंग पर जल चढ़ाएं ।
– शराब का सेवन कतई न करें ।
– हनुमान और सरस्वती की पूजा करें ।
– बजरंग बाण या हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें ।
– किसी हनुमान मंदिर में तिल और जौ का दान करें ।
– सिर में चोटी वाले स्थान पर बाल बांधकर रखें ।
– ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखें ।
– जौ या अनाज को दूध में धोकर बहते पानी में बहाएं ।

To know more about Tantra & Astrological services, please feel free to Contact Us :

ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार : 9438741641 (call/ whatsapp)

Leave a Comment