दृष्टि स्तम्भन के लिए मंत्र :
दृष्टि स्तम्भन मंत्र : ओं नमो काल भैरों।
घुंघरूओं बाला।
हाथ खडग।
फूलों की माला।
चौसठ सौ योगिनी।
संग में चला।
देखो खोलि नजर का ताला।
राजा प्रजा ध्याबै तोही।
सबकी दृष्टि बांधि दे मोहीं।
मै पूजौं तुमको नित ध्याय।
राजा प्रजा मेरे पाय लगाय।
भरी अथाई सुमिरौं तोहि।
तेरा कीया सब कुछ होय।
देखूं भैरों तेरे मंत्र की शक्ति।
चले मंत्र ईश्वरोबाचा।।
बिधि : रबिबार के दिन श्मशान में जाकर एक चुटकी राख लायें फिर भैरों का पूजन कर इस मंत्र से १०१ बार राख अभिमंत्रित करें, और कहीं पर भी सभा में जाकर पुन: इस मंत्र को जपते हुए, राख को बाताबरण में फूंक कर उडा दें तो सभी की दृष्टि बंध जाएगी ।
नोट : प्रयोग करने से पहले इस मंत्र को २१ दिन जप कर सिद्ध करें, फिर प्रयोग करें ।
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे :मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या