भूत ज्वर तथा सन्निपात ज्वर नाशक तंत्र :
भूत ज्वर तथा सन्निपात ज्वर नाशक तंत्र पर जानकारी और संदर्भ के रूप में आपकी मदद करने का प्रयास कर रहा हूँ। यह तंत्र आध्यात्मिक रूप से ऐसे उपायों का उद्घाटन करता है जो भूत ज्वर और सन्निपात ज्वर को नष्ट करने में सहायता करते हैं ।
(1) हुलहुल की जड़ को रोगी के कान में डालने से भूत –ज्वर शीघ्र उतर जाता है ।
(2) लाल पलाश की जड़ को रोगी की भुजा में बाँध देने से भूत –प्रेतादि के ज्वर तथा अन्य प्रकार के ज्वर भी दूर हो जाते हैं ।
(3) अपामार्ग ( औंगा और चिरचिटा ) की जड़ को रोगी की भुजा में बाँध देने से भूत –ज्वर दूर हो जाता है ।
(4) तगर, बाकुची तथा नीम के अंजन को रोगी की आँखों में आंजने से भूत –ज्वर दूर हो जाता है ।
(5) गुरगुल, लहसुन, घी, सर्प की केंचुल, बन्दर के बाल, मुर्गे की बीट तथा कबूतर की बीट – इन सबको एकत्र करके, रोगी को इनकी धूप देने से भूत –ज्वर तथा इकतरा आदि ज्वर शीघ्र दूर हो जाते हैं ।
(6) अश्विनी नक्षत्र में निर्गुण्डी की छाल तथा उसके फूलों की गोली बनाकर, बकरे के रोम के साथ रोगी ब्यक्ति की भुजा में बाँध देने से सन्निपात – ज्वर दूर हो जाता है ।
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
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