भूत प्रेत ज्वर उपचार :

भूत प्रेत ज्वर उपचार :

भूत प्रेत ज्वर : सामान्य ज्वर दूर करने के लिए सौंठ को धागे में पिरोकर इसकी माला पहननी चाहिए । इससे सामान्य ज्वर उतर जाता है ।भूत प्रेत के भय से ज्वर आ जाने पर पीले सूत के धागे में लहसुन की कुछ कलियां छोलकर पिरो दे और गले में धारण करा देबें । भूत प्रेत ज्वर समाप्त हो जाएगा ।

कन्या के हाथों से रोगी के दाहिने हाथ में सफ़ेद सूत में सहदेबी की जड़ बंध्बा देने भी भूत प्रेत ज्वर उतर जाता है ।

अपामार्ग की जड़ को काले धागे से भुजा में बाँध देबें या चिडचिडे की जड़ को धारण करायें तो भूत प्रेत ज्वर का प्रकोप शांत हो जाता है ।

शनिबार की संध्या को भिलाबे के एक फल को काले सूत से काले रंग के कपडे में बाँधे । भूत भय से उत्पन्न ज्वर से ग्रसित रोगी के दाहिने हाथ में बाँध देने से ज्वर ठीक हो जाता है । एक सप्ताह बाद इस धागे को खोलकर किसी चौराहे पर रख आबें । भोजपत्र लेकर उसे सोमबार की प्रात:काल में अनार की कलम बनाकर लाल चन्दन से ग्यारह स्थानों पर “ॐ नम: शिबाय” लिखकर दाहिने हाथ में बाँध देने से बुखार की दशा समाप्त हो जाती है । रोगमुक्त होते ही धागे को खोलकर नदी में प्रबाहित कर देना चाहिए ।

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