मेधा बृद्धि हेतु मंत्र :

मेधा बृद्धि हेतु मंत्र :

मेधा मंत्र : इस मेधा मंत्र का जप प्रारम्भ रोहिणी नक्षत्र के दिन से अगले रोहिणी नक्षत्र के दिन तक करे । प्रात: नित्य कर्म से निबृत होकर साधक तुलसी को प्रणाम कर उसके ५१ पत्तों को ले आबे एबं उन पत्तों को दस मंत्र से अभिमंत्रित करे तत्पश्चात साधक उन्हें खा लेबे । इस मंत्र से साधक की मेधाबृद्धि आश्चर्य रूप से होती है ।

मेधा मंत्र प्रयोग १ :

मंत्र :”ॐ नमो देबी कामाक्षा, त्रिशूल रब, हस्त, पाधा, पाती, गरुड़ सर्ब लखी तु प्रीतये, समांगन सत्व चिंतामणि, नरसिंह, चल, चल, क्षीनकोटीकात्थानी तालब प्रसाद के ओं हों ह्रीं क्रू त्रिभबन चालिया, चालिया स्वाहा ।”

मेधा मंत्र प्रयोग २ :

मंत्र प्रयोग :”ॐ क्रीं क्रीं क्रीं ।”

मेधा मंत्र प्रयोग ३ :

मंत्र “ॐ सच्चीदा एकी ब्रह्मा ह्रीं सच्चीदी क्रीं ब्रह्मा ।”

इन मंत्रों के सबा लाख जप करने से सिद्धि प्राप्त होती है, इन मंत्रों के प्रभाब से बुद्धि तीब्र होती है एबं चमत्कारिक रूप से बिद्या प्राप्ति होती है ।

आज की तारीख में हर कोई किसी न किसी समस्या से जूझ रहा है । हर कोई चाहता है कि इन समस्याओ का समाधान जल्द से जल्द हो जाए, ताकि जिंदगी एक बार फिर से पटरी पर आ सके । आज हम आपको हर समस्या का रामबाण उपाय बताएंगे, जिसे करने के बाद आपकी हर समस्या का समाधान हो जाएगा ।

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