सुख-समृद्धि के लिए रामबाण टोटके :

सुख-समृद्धि के लिए रामबाण टोटके :

रामबाण टोटके : (1)॰ यदि परिश्रम के पश्चात् भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो तो यह रामबाण टोटके काम में लें । किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन प्रात: हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें । श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे “संकटनाशन गणेश स्तोत्र” के 11 पाठ करें । तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रूपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं । फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें । गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहे । आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा । 1 साल बाद नयी थैली बना कर बदलते रहें ।
2॰ किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र” का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए । ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी ।
3॰ रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह रामबाण टोटके बहुत ही लाभदायक है । गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दुकान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई हो । इसकी आराधना करें । इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा । लौंग को चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें `जय गणेश काटो कलेश´।
4॰ सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये गये विष्णु यज्ञ की विभूति ले कर, अपने पितरों की `कुशा´ की मूर्ति बना कर, गंगाजल से स्नान करायें तथा यज्ञ विभूति लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हेतु कृपा करने की प्रार्थना करें । किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मूर्ति को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें । सफलता अवश्य मिलेगी । सफलता के पश्चात् किसी शुभ कार्य में दानादि दें ।
5॰ व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह रामबाण टोटके करें- सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना।” सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें ।
6॰ सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ । फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ । इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है ।
7॰ किसी शनिवार को, यदि उस दिन `सर्वार्थ सिद्धि योग’ हो तो अति उत्तम सांयकाल अपनी लम्बाई के बराबर लाल रेशमी सूत नाप लें । फिर एक पत्ता बरगद का तोड़ें । उसे स्वच्छ जल से धोकर पोंछ लें । तब पत्ते पर अपनी कामना रुपी नापा हुआ लाल रेशमी सूत लपेट दें और पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें । इस रामबाण टोटके से सभी प्रकार की बाधाएँ दूर होती हैं और कामनाओं की पूर्ति होती है ।
8॰ रविवार पुष्य नक्षत्र में एक कौआ अथवा काला कुत्ता पकड़े । उसके दाएँ पैर का नाखून काटें । इस नाखून को ताबीज में भरकर, धूपदीपादि से पूजन कर धारण करें । इस रामबाण टोटके से आर्थिक बाधा दूर होती है । कौए या काले कुत्ते दोनों में से किसी एक का नाखून लें । दोनों का एक साथ प्रयोग न करें ।
9॰ प्रत्येक प्रकार के संकट निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री खाकर सोवे । यह रामबाण टोटके 21, 42, 64 या 84 दिनों तक करें ।
10॰ अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह रामबाण टोटके करें । जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें । यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें । फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी । आटा पिसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पिसने के लियें डाल दिया करें तथा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें । शनिवार को खाने में किसी भी रूप में काला चना या काले उरद अवश्य ले लिया करें । शनिवार को ही गेहू पिसवाने की आदत बनाये व उसमे काले चने मिलवा कर पिस्वाए
11॰ अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ ।
12॰ संध्या समय सोना, पढ़ना और भोजन करना निषिद्ध है । सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिए, किन्तु गीले पैर नहीं सोना चाहिए । इससे धन का क्षय होता है ।
13॰ रात्रि में चावल, दही और सत्तू का सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है । अत: समृद्धि चाहने वालों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात्रि भोज में नहीं करना चाहिये ।
14॰ भोजन सदैव पूर्व या उत्तर की ओर मुख कर के करना चाहिए । संभव हो तो रसोईघर में ही बैठकर भोजन करें इससे राहु शांत होता है । जूते पहने हुए कभी भोजन नहीं करना चाहिए ।
15॰ सुबह कुल्ला किए बिना पानी या चाय न पीएं । जूठे हाथों से या पैरों से कभी गौ, ब्राह्मण तथा अग्नि का स्पर्श न करें ।
16॰ घर में देवी-देवताओं पर चढ़ाये गये फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है ।
17॰ अपने घर में पवित्र नदियों का जल संग्रह कर के रखना चाहिए । इसे घर के ईशान कोण में रखने से अधिक लाभ होता है ।
18॰ रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त कर के घर लाएं । इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें । यदि इसे धारण करना चाहें तो स्वर्ण ताबीज में भर कर धारण कर लें । जब तक यह ताबीज आपके पास रहेगी, तब तक कोई कमी नहीं आयेगी । घर में संतान सुख उत्तम रहेगा । यश की प्राप्ति होती रहेगी । धन संपदा भरपूर होंगे । सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी ।
19॰ `देव सखा´ आदि 18 पुत्रवर्ग भगवती लक्ष्मी के कहे गये हैं । इनके नाम के आदि में और अन्त में `नम:´ लगाकर जप करने से अभीष्ट धन की प्राप्ति होती है । यथा – ॐ देवसखाय नम:, चिक्लीताय, आनन्दाय, कर्दमाय, श्रीप्रदाय, जातवेदाय, अनुरागाय, सम्वादाय, विजयाय, वल्लभाय, मदाय, हर्षाय, बलाय, तेजसे, दमकाय, सलिलाय, गुग्गुलाय, ॐ कुरूण्टकाय नम:।”
20॰ किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लें । मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ जाएं । इस रामबाण टोटके से सफलता प्राप्त होती है ।
21॰ किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की देहली के बाहर, पूर्व दिशा की ओर, एक मुट्ठी घुघंची को रख कर अपना कार्य बोलते हुए, उस पर बलपूर्वक पैर रख कर, कार्य हेतु निकल जाएं, तो अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है ।
22॰ अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू लें । उसपर 4 लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें : “ॐ श्री हनुमते नम:”। 21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाएं । यह रामबाण टोटके के प्रभाब से काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी ।
23॰ चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें । प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं” बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाए ।
24॰ जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे इस रामबाण टोटके को अपनाएं । प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं । ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतृक सम्पति प्राप्त होगी । अगर सम्भव हो तो प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात् निम्न मंत्र का जाप करें । “ॐ नमो पद्मावती पद्मनेत्र बज्र बज्रांकुश प्रत्यक्षं भवंति ।”
25॰ यह रामबाण टोटके नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि को किया जाता है । इस दिन प्रात:काल उठ कर पूजा स्थल में गंगाजल, कुआं जल, बोरिंग जल में से जो उपलब्ध हो, उसके छींटे लगाएं, फिर एक पाटे के ऊपर दुर्गा जी के चित्र के सामने, पूर्व में मुंह करते हुए उस पर 5 ग्राम सिक्के रखें । साबुत सिक्कों पर रोली, लाल चन्दन एवं एक गुलाब का पुष्प चढ़ाएं । माता से प्रार्थना करें। इन सबको पोटली बांध कर अपने गल्ले, संदूक या अलमारी में रख दें। यह टोटका हर 6 माह बाद पुन: दोहराएं ।
26॰ घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें । फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें । ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा ।
27॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह रामबाण टोटके अवश्य सहायता करेगा : मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:” मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं ।
28॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र” का पाठ करना चाहिये । यह रामबाण टोटके शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये । यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिये ।
29॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें । फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें । फिर इनको इकट्ठा कर के कहें की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह रामबाण टोटके आगामी 7 सोमवार और करें । कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी ।
30॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें । इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें । इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें । अब स्वयं जा कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें । भगवान ने चाहा तो यह रामबाण टोटके के प्रभाब से जल्दी ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी ।
31॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष” स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ करे  ।
32॰ घर में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रह कर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लम्बे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है ।
33॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए । यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं ।
34॰ घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए । दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए की “भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े” । जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए ।
35॰ काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद होगी ।
36॰ घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए घर में सोने का चौरस सिक्का रखें । कुत्ते को दूध दें । अपने कमरे में मोर का पंख रखें ।
37॰ अगर आप सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर मोली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए ।
38॰ अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा अपने पास रखें ।
39॰ व्यक्ति जब उन्नति की ओर अग्रसर होता है, तो उसकी उन्नति से ईर्ष्याग्रस्त होकर कुछ उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वे ही उसकी उन्नति के मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं, ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है । ऐसी ही परिस्थितियों से निपटने के लिए अपनाएं यह रामबाण टोटके , जो प्रात:काल सात बार हनुमान बाण का पाठ करें तथा हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाए और पाँच लौंग पूजा स्थान में देशी कर्पूर के साथ जलाएँ । फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए । यह रामबाण टोटके आपके जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे ।
40॰ कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें । इस रामबाण टोटके से आपका अनिष्ट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा ।
41॰ अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो अपनाए ये रामबाण टोटके , टोटका में आप गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए । स्मरण रहे यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है ।
42॰ अकस्मात् धन लाभ के लिये आप यह रामबाण टोटके को अपना सकते हो , शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए । यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह रामबाण टोटके बहुत लाभदायक है ।
43॰ अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें ।
44॰ अगर आप अमावस्या के दिन पीला त्रिकोण आकृति की पताका विष्णु मन्दिर में ऊँचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएँ कि वह लहराता हुआ रहे, तो आपका भाग्य शीघ्र ही चमक उठेगा । झंडा लगातार वहाँ लगा रहना चाहिए । यह रामबाण टोटके अनिवार्य शर्त है ।
45॰ देवी लक्ष्मी के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए । उसी दिन से यह रामबाण टोटके के प्रभाब से धन लाभ होगा ।
46॰ एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मोली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें । फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएँ । यह रामबाण टोटके के प्रभाब से धन लाभ होगा ।
47॰ पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जला दें । फिर वापस घर आ जाएँ एवं पीछे मुड़कर न देखें । यह रामबाण टोटके से आपको धन लाभ होगा ।
48॰ प्रात:काल पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएँ तथा अपनी सफलता की मनोकामना करें और घर से बाहर शुद्ध केसर से स्वस्तिक बनाकर उस पर पीले पुष्प और अक्षत चढ़ाए । घर से बाहर निकलते समय दाहिना पाँव पहले बाहर निकालें ।
49॰ एक हंडिया में सवा किलो हरी साबुत मूंग की दाल, दूसरी में सवा किलो डलिया वाला नमक भर दें । यह दोनों हंडिया घर में कहीं रख दें । यह रामबाण टोटके बुधवार को करें । घर में धन आना शुरू हो जाएगा ।
50॰ प्रत्येक मंगलवार को 11 पीपल के पत्ते लें । उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चन्दन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें । इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें । “जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई” 7 मंगलवार लगातार जप करें । यह रामबाण टोटके गोपनीय रखें । अवश्य लाभ होगा ।
51॰ अगर नौकरी में तरक्की चाहते हैं, तो 7 तरह का अनाज चिड़ियों को डालें । यह बहत बड़ी रामबाण टोटके से एक है , जो कभी खाली नही जाता है .
52॰ ऋग्वेद (4/32/20-21) का प्रसिद्ध मन्त्र इस प्रकार है –
“ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।”
(हे लक्ष्मीपते ! आप दानी हैं, साधारण दानदाता ही नहीं बहुत बड़े दानी हैं । आप्तजनों से सुना है कि संसारभर से निराश होकर जो याचक आपसे प्रार्थना करता है उसकी पुकार सुनकर उसे आप आर्थिक कष्टों से मुक्त कर देते हैं – उसकी झोली भर देते हैं । हे भगवान मुझे इस अर्थ संकट से मुक्त कर दो ।)
53॰ निम्न मन्त्र को शुभमुहूर्त्त में प्रारम्भ करें । प्रतिदिन नियमपूर्वक 5 माला श्रद्धा से भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करके, जप करता रहे –
“ॐ क्लीं नन्दादि गोकुलत्राता दाता दारिद्र्यभंजन।
सर्वमंगलदाता च सर्वकाम प्रदायक:। श्रीकृष्णाय नम:।।´´
54॰ भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष भरणी नक्षत्र के दिन चार घड़ों में पानी भरकर किसी एकान्त कमरे में रख दें । अगले दिन जिस घड़े का पानी कुछ कम हो उसे अन्न से भरकर प्रतिदिन विधिवत पूजन करते रहें । शेष घड़ों के पानी को घर, आँगन, खेत आदि में छिड़क दें । यह रामबाण टोटके से अन्नपूर्णा देवी सदैव प्रसन्न रहेगीं ।
55॰ किसी शुभ कार्य के जाने से पहले करे यह रामबाण टोटके–
रविवार को पान का पत्ता साथ रखकर जायें ।
सोमवार को दर्पण में अपना चेहरा देखकर जायें ।
मंगलवार को मिष्ठान खाकर जायें ।
बुधवार को हरे धनिये के पत्ते खाकर जायें ।
गुरूवार को सरसों के कुछ दाने मुख में डालकर जायें ।
शुक्रवार को दही खाकर जायें ।
शनिवार को अदरक और घी खाकर जाना चाहिये ।
56॰ किसी भी शनिवार की शाम को माह की दाल के दाने लें । उसपर थोड़ी सी दही और सिन्दूर लगाकर पीपल के वृक्ष के नीचे रख दें और बिना मुड़कर देखे वापिस आ जायें । सात शनिवार लगातार करने से , यह रामबाण टोटके के अलौकिक रूप से आपका आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली बनते हुए नजर आएगा ।
57.शनिवार को ही घर के मकड़ी के जाले वगैरह की सफाई करे और उन्हें घर से बाहर फेंक दे । 
58.प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में पीपल वृक्ष को सखा समझकर उससे गले मिले और अपनी समस्या उससे कहे, इस रामबाण टोटके से समस्या का निवारण चमत्कारिक रूप से हो जायेगा
59.प्रातः सूर्योदय के समय सूर्य के सम्मुख मुख करके, पीपल के नीचे बैठ कर “आदित्य ह्रदय स्तोत्र” का नित्य ग्यारह पथ करने से दरिद्रता से मुक्ति मिल जाती है और धनागम के स्रोत्र बन जाते है

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जय माँ कामाख्या

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