ज्योतिष शास्त्र से जानिए क्यों आती है व्यापार में बाधाएं ?

ज्योतिष शास्त्र से जानिए क्यों आती है व्यापार में बाधाएं ?

व्यापार में बाधाएं : ज्योतिष शास्त्र में व्यापार का एक प्रमुख स्थान है जो कि मनुष्य को जन्मकुंडली के माध्यम से बताता है की आपको किस तरह का व्यापार करना चाहिए जो आपके लिए आगे जीवन के बढ़ते कदम में फलीभूत हो और आपका नाम एक अच्छे व्यापारी के नाम से जाना जाये परन्तु ऐसा योग हर व्यक्ति की जन्मकुंडली में नहीं होता क्योंकि हर व्यक्ति की जन्मकुंडली में बैठे ग्रह एक जैसी नहीं होते और ग्रहों के योग भी बदल जाते हैं और व्यापार में बाधाएं देखा जाता है और आगे जाकर व्यापार से उनको वंचित कर देते हैं जन्मकुंडली में पंचम, सप्तम, अष्टम भाव एवं आय भाव (एकादशभाव) तथा व्यापार भाव से जुड़े अन्य ग्रहों की जानकारी लेनी चाहिए की मेरा व्यापार का योग है की नहीं यदि है तो किस तरह का व्यापार मेरे लिए शुभ रहेगा यह जानकारी जातक को अपनी जन्मकुंडली में बैठे व्यापार से सम्बंधित ग्रहों तथा भावों की जानकारी ज्योतिषी परामर्श से अवश्य लें
परन्तु कई ऐसे जिद्दी व्यक्ति भी होते हैं जो ज्योतिष शास्त्र को नकार कर अपने मन से नूतन (नवीन) व्यापार की योजना बना लेते हैं । और उसे साकार करने के लिए अपना सब कुछ दाँव पर लगा देता हैं । अपनी बचत से या घर का पैसा लगा कर वह व्यापार आरम्भ करने का प्रयास करते हैं । अथवा बैंक से लोन लेकर या बाजार में किसी से ब्याज पर पैसे लेकर वह नया काम धंधा शुरू कर लेते हैं तब यही सोच होती है कि काम शुरू से ही अच्छा चल जाये तो कर्जा भी चुक जाए और बचत भी हो जाए । सोच तो हर आदमी की यही होती है परन्तु सबका व्यापार उम्मीदों के अनुसार नहीं चलता । कुछ तो शुरू से ही धीमी गति से चलते है, तो कुछ शुरू में अच्छे चलकर कुछ समय बाद में मंदे पड जाते है । यही तो होता है व्यापार में बाधाएं और कुछ तो शुरू होने के कुछ समय बाद ही बंद हो जाते है । सारी मेहनत पर पानी फिर जाता है और कर्जा हो जाता है यह सारा व्यापार में बाधाएं खेल ग्रहों का होता है ग्रहों के माध्यम से हमें यह जानना चाहिए की व्यापार में बाधाएं क्यूँ होता है और हमारी जन्मकुंडली में व्यापार के योग हैं की नहीं क्या हमारी जन्मकुंडली का व्यापार स्थान हमको इजाजत देता है की आप व्यापार कर सकते हैं यदि हमारी जन्मकुंडली में ग्रह व्यापार की दृष्टि शुभ फल दायी है तो उस ग्रह से सम्बंधित कार्य या व्यापार कर अपना जीवन खुश रख सकते हैं और यदि कुंडली में योग न हो तो व्यापार में सोच समझ कर कदम उठायें नहीं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है
परन्तु यदि आपकी जन्मकुंडली में व्यापार के योग नहीं हैं और आप खुद का कार्य करना ही चाहते हैं तो आप अपनी जन्मकुंडली से जानकारी ले कर अशुभ ग्रहों के उपाय कर के एक अच्छा बिजनिसमैन बन सकते हैं

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जय माँ कामाख्या

Acharya Pradip Kumar is renowned as one of India's foremost astrologers, combining decades of experience with profound knowledge of traditional Vedic astrology, tantra, mantra, and spiritual sciences. His analytical approach and accurate predictions have earned him a distinguished reputation among clients seeking astrological guidance.

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