Kaal Bhairav Ko Prasann Karne Hetu Sadhana Vidhi :
भगवान शिव के रूद्र रूप कहे जाने वाले भैरव जी को वर्तमान समय में काल भैरव और बटुक भैरव के रूप में अधिक पूजा जाता है । जहाँ भैरव जी को बटुक भैरव के रूप में सौम्य और सात्विक माना गया है। वहीं काल भैरव के रूप में भैरव जी को उग्र और सभी तंत्र क्रियाओं के प्रमुख देव के रूप में पूजा जाता है। काल भैरव मंत्र साधना आपके सभी दुखों को दूर कर आपको सभी प्रकार के सुख-सम्रद्धि से परिपूर्ण करने वाली है ।
कलियुग के समय में काल भैरव की उपासना शीघ्र फल प्रदान करने वाली है। शास्त्रों में वर्णित है कि कलियुग के समय में भैरव जी , हनुमान जी व माँ काली की उपासना अन्य सभी देवों से शीघ्र फल प्रदान करने वाली होगी। काल भैरव के भक्त अपनी-अपनी श्रद्धा अनुसार उनकी उपासना करते है। आइये जानते है काल भैरव को प्रसन्न करने हेतु उनके भक्त किस प्रकार से उनकी पूजा करते है :
o काल भैरव की उपासना में रविवार का दिन अति शुभ माना गया है। इसके अतिरिक्त उनकी उपासना शनिवार के दिन भी की जा सकती है ।
o काले कुत्ते को काल भैरव का वाहन कहा गया है। इसलिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को गुलगुले बनाकर खिलाने से भी भैरव शीघ्र प्रसन्न होते है ।
o कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को काल भैरव अष्टमी के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार भैरव का जन्म इसी अष्टमी को हुआ। इस दिन भैरव उपासना करने से जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर होते है। भैरव अष्टमी के दिन भैरव मंदिर में उनके दर्शन अवश्य करने चाहिए।
o काल भैरव मंत्र साधना व उनके विशेष पूजा-पाठ को रात्रि में संपन्न करने का विधान है।
o काल भैरव को उनके मंदिर में सरसों का तेल व सिन्दूर चढ़ाया जाता है साथ में मदिरा द्वारा भोग भी लगाया जाता है।
Kaal Bhairav Mantra Sadhana :
काल भैरव मंत्र : “ ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम: ”
Kaal Bhairav Sadhana Vidhi :
रविवार की रात से इस काल भैरव साधना (Kaal Bhairav Sadhana) की शुरुआत करें। रात्रि को एक समय और एक स्थान सुनिश्चित कर प्रतिदिन मंत्र जप का द्रढ़ संकल्प लेकर अपनी साधना शुरू करें।
पूर्व दिशा में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर काल भैरव की फोटो की स्थापना करें। ईशान कोण में सरसों के तेल का दीपक जलाये ।और सामने लाल आसन बिछाकर बैठ जाये। अब आप हाथ में थोडा जल लेकर संकल्प ले व मंत्र जप शुरू करें। 41 दिन तक लगातार इस साधना को करें। 41 दिनों के पश्चात् जितने मंत्र जप आपने इन दिनों में किये है उनके दशांश भाग से आहुति देकर हवन करें ।
Kaal Bhairav Sadhana Mein Dhyan Dene Wali Baatein :
काल भैरव मंत्र साधना करने वाले साधक से सभी पीडाएं -बाधाएं व सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर होने लगती है। इस साधना को करने वाला साधक सभी प्रकार के सांसारिक दुखों से छुटकारा पाता है ।भारत में काशी व उज्जैन में काल भैरव का सिद्ध स्थान है जहाँ भैरव अष्टमी को भैरव जी के दर्शन करना धार्मिक द्रष्टि से बहुत महत्व रखता है।
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जय माँ कामाख्या
Acharya Pradip Kumar is a renowned astrologer known for his expertise in astrology and powerful tantra mantra remedies. His holistic approach and spiritual sadhana guide clients on journeys of self-discovery and empowerment, providing personalized support to find clarity and solutions to life’s challenges.