Kaalratri Uchchatan Prayog Kaise Kare ?
कृष्णपक्ष की चतुर्दशी के दिन निर्जन मकान में दक्षिण की और शिखा खोलकर बैठे । नीले बस्त्र धारण कर कुकुटासन से बैठे । फिर मूज्ज की रस्सी की ग्रथियुक्ता माला पर शबरी देबता का ध्यान कर मंत्र दो हजार बार जपे । (शबरी मंत्र अलग बिधान में दिया हैं)
मंत्र : “ॐ ब्लूं श्लूं म्लूं क्षलूं कालरात्रि महाध्बांख्यि अमुकमाबेश उच्चाटय उच्चाटय आशूच्चाटय छिन्धि २ भिंन्धि स्वाहा स्वाहा ह्रीं कामाक्षी क्रों।”
इस मंत्र का प्रधान जप करके रात्रि में सरसों से दशांश होम करे । फिर सरसों की खली ब सरसों के तेल को जल में मिलाकर अपनी शिखा प्रोक्षण कर शिखा खोले । भूमि पर बलिदान देबे। ऐसा कम से कम ७ दिन करने से शत्रु का उच्चाटन होकर परदेश गमन करता हैं ।
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे (मो.)+91-7655043335 / 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या