अग्नि बैताल साधना कैसे करें ?

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Agni Baital Sadhana Kaise Kare ?

अग्नि बैताल मंत्र :
“ॐ नमो अगिया बीर बैताल। पैठि सातबें पाताल, लांघ
अग्नि की जलती झाल। बैठि ब्रह्मा के कपाल । मछली,
चील, कागली, गूगल, हरिताल। इन बस्तां को लै
चलि, न लै चलै तो माता कालिका की आन। ।”

Agni Baital Sadhana Siddhi Mantra Vidhi :

होली की रात को मंत्र में कही हुई सामग्री लेकर किसी एकांत स्थान में बैठकर इस मंत्र का जप करें । साधना के समय धूप तथा दीप प्रज्वलित करें । जप से प्रसन्न होकर जब अग्नि बैताल आए तो उसे उपरोक्त सामग्री दे दें । प्रयोग के समय किसी कंकडी को लेकर एक सौ आठ बार इस मंत्र को पढकर फूंक मारेंगे और जहाँ फेंक देंगे बहीं आग लग जाएगी ।

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Acharya Pradip Kumar is one of the best-known and renowned astrologers, known for his expertise in astrology and powerful tantra mantra remedies. His holistic approach and spiritual sadhana guide clients on journeys of self-discovery and empowerment, providing personalized support to find clarity and solutions to life's challenges.

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