Baal Hanuman Sadhna :
बाल हनुमान मंत्र – “ऊँ नमो आदेश गुरु का मेरे गुरु पीर को आदेश हनुमान पहलवान बारह बरस का जवान हाथ में लड्डू मुंह में पान चढ़ने को घोड़ा उड़ाने को बाण हुँ हुँ करता हुंकार मारता आओ बाबा बाल हनुमान बाल रूप में आओ भगत के कष्ट मिटाओ भगत के दाहिने अंग संग खड़े हो जाओ हमारे बुलाने पर हमारे गुरु उस्ताद के बुलाने पर इसी पल नहीं आए तो माता अंजना के पिए दूध की लाख-लाख दुहाई शब्द सांचा पिंड काचा मेरे गुरु का मंत्र सांचा चले मंत्र फूरो वाचा ।”
बाल हनुमान साधना (Baal Hanuman Sadhna) के समय आपको लगोट पहनना है अन्य कोई वस्त्र नहीं लाल । 41 दिन की साधना है जैसे ही साधना (Baal Hanuman Sadhna) आपके ऊपर चढ़ने लगेगी आपको अपने शरीर पर नाखूनों के निशान दिखेंगे । हनुमान जी के सामने वीरासन में बैठा लाल लंगोट पहन कर लाल आसन, एक बूंदी का लड्डू, एक मीठा पान, गूगल और लोबान की धूप सरसों के तेल का दिया ,लाल फूल, लाल आसन और श्री हनुमान जी महाराज के चरणों में तुलसी दल के साथ भीगे हुए चने और गुड़ इन का भोग रखें और इस मंत्र का पाठ करें 144 बार । 41 दिन तक ब्रह्मचर्य का का पालन करें समय 6:45 से ऐसा मंदिर ढूंढे जिस मंदिर के ऊपर पीपल वृक्ष की छांव पढ़ रही हो अगर नदी किनारे मिल जाए तो बहुत उत्तम है ।
एकांतवास में और वहां जितनी भी प्रसाद या भोग चढ़ा रहे हो वह स्वयं को खाना है । एक समय भोजन करना है एक समय दूध का आहार । 41 वें दिन किसी योग्य ब्राह्मण को बुलवाकर हनुमान मंदिर में रुद्राभिषेक करवाना है । घी सिंदूर से हनुमान जी का पूरा सिंगार करना है। और मंत्र के अंत में स्वाहा लगा कर इसी मंत्र की आहुति देनी है ।
और यह बाल हनुमान साधना (Baal Hanuman Sadhna) उस दिन शुरू करनी है जिस दिन पूर्णिमा को मंगलवार हो एक दिन पहले बाबा को निमंत्रण देना है का और प्रार्थना करनी है उनको अपनी साधना पर उपस्थित और हाजिर होने के लिए । जैसे ही आप के ऊपर साधना चढ़ेगी आपकी आंखों में से आंसू टपकने लग जाएंगे आपके शरीर पर नाखूनों के निशान ऑटोमेटिक आएंगे और जाएंगे। और आपको अपार बल की अनुभूति होगी । आप अकेला रहना ज्यादा पसंद करेंगे । जय श्री राम का नाम लोगे । आपके रोंगटे खड़े होने लग जाएंगे बात बात पर । आपकी रीढ़ की हड्डी में ठंडक महसूस होगी साधना पर बैठते समय जैसे विक्स लगाते हैं। यही सिद्धि के लक्षण है और यही पहचान ।
भोग में रोज एक बूंदी के लड्डू एक मीठा पान एक फल जरूर रखना ,पान में सुपारी को फोड़कर डालना है काट कर नहीं । लहसुन प्याज नही खाना है साधना में । गलत कर्मो से दूर रहे ब्रह्मचर्य का भौतिक और मानसिक दोनो रूप से पालन करे । और पालकी मारकर भोजन कभी ना करें । साधना के समय किसी की शव यात्रा में ना जाए। इतना नियम करना पड़ता है तब जाकर कुछ चीज हासिल होती है । जिनके गुरु है वो गुरु परामर्श से बाल हनुमान साधना (Baal Hanuman Sadhna) सम्पन्न करे । जिनके गुरु काया छोड़ चुके है वो बाल हनुमान साधना (Baal Hanuman Sadhna) संबंधित किसी भी बात के लिए संपर्क कर सकते है ।
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या