Siddh Bhairav Tantrik Yantra :
तंत्र विद्या के सबसे बड़े देव भैरव की आराधना शीघ्र फल देने वाली है । भैरव अपने भक्तों की पाठ-पूजा से अतिशीघ्र प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है । अधिकतर तांत्रिक, तंत्र विद्या में सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए काल भैरव की तंत्र पूजा करते है । बहुत से प्रसिद्द तांत्रिकों ने काल भैरव उपासना से सिद्धियाँ प्राप्त कर मानव कल्याण में उनका प्रयोग किया है । आज हम आपको Bhairav Tantrik Yantra के विषय में जानकारी देने वाले है जिसे यदि विधिवत सिद्ध करके घर में पूजा स्थल पर स्थापित किया जाये तो घर से हर प्रकार की ऊपरी बाधाएं तुरंत दूर होने लगती है ।
इस शक्तिशाली Bhairav Tantrik Yantra को आप अपने घर पर ही बना सकते है । दिए गये चित्र के अनुसार एक मोटे कागज़ पर अष्टगंधा की स्याही से इस यन्त्र को बनाये । Bhairav Tantrik Yantra में दिखाए गये स्थान पर वीं , ह्रीं , क्लीं , ह्रीं , रूं , कं और यन्त्र के मध्य में ॐ नमो वटुकाय लिखे ।
चित्र में दिखाए गये यंत्र के अनुसार ही आप इस bhairav tantrik yantra को बना ले और इस पर अच्छे से लेमीनेशन करा ले ।
यंत्र कोई भी हो चाहे वह हनुमान जी का हो या फिर बगलामुखी का हो या Bhairav tantrik yantra, बिना यंत्र को सिद्ध किये वह प्रभावहीन रहता है । किसी भी यंत्र को सिद्ध करने के पश्चात् उसमें दैविक शक्तियों का समावेश होने लगता है । इसलिए भैरव तांत्रिक यंत्र भी बिना सिद्ध किये प्रभावहीन ही रहता है । तो आइये जानते है भैरव तांत्रिक यंत्र को सिद्ध करने की सरल विधि के विषय में ।
एक चौकी की स्थापना करें । चौकी पर थोड़े फूल रखे व फूलों पर इस भैरव तांत्रिक यंत्र को स्थापित कर दे । एक तेल का दीपक जलाएं । अब इस भैरव तांत्रिक यंत्र पर चार बार थोड़े-थोड़े जल से छीटे लगायें । यंत्र को दूध से स्नान कराएँ, फिर शुद्ध जल से स्नान कराएँ । अब यंत्र को दही से स्नान कराएँ, फिर शुद्ध जल से स्नान कराएँ । अब थोड़े से शुद्ध देसी घी द्वारा यंत्र को स्नान कराए, व फिर से शुद्ध जल से स्नान कराएँ । ऐसा करने के पश्चात् अब इस यंत्र को शक्कर से स्नान कराये और बाद में शुद्ध जल से स्नान कराएं । इसके बाद यंत्र को शहद से स्नान कराएँ और फिर शुद्ध जल से स्नान कराएँ । और अंत में दूध,दही,घी ,शक्कर और शहद सभी को मिलाकर एक साथ यंत्र को स्नान कराएँ, व यंत्र को शुद्ध जल से अच्छे से धो ले ।
यंत्र को कुमकुम से तिलक कर चौकी पर स्थापित कर दे । यंत्र पर थोड़े चावल अर्पित करें व मिठाई का भोग लगाये । इतना करने के पश्चात् हाथ में जल लेकर संकल्प ले और भैरव के इस मंत्र के लगातार 5000 जप करें । मंत्र इस प्रकार है : ॐ श्री बं बटुक भैरवाय नमः ।
भैरव के उपरोक्त मंत्र के 5000 जप करने के पश्चात् फिर से हाथ में जल लेकर संकल्प ले और अपना स्थान छोड़ दे । अब इससे अगले दिन हवन का आयोजन करें और हवन में भैरव के इस मंत्र की अधिक से अधिक आहुतियाँ दे । और अंत में भैरव यंत्र को हवन कुंड के ऊपर से 21 बार वार ले ।
इस प्रकार भैरव का यह तांत्रिक यंत्र सिद्ध हो जाता है । अब इसे अपने पूजा स्थल पर लाल कपडा बिछाकर स्थापित करें । प्रतिदिन पूजा के समय भैरव यंत्र का ध्यान करते हुए भैरव के उपरोक्त मंत्र के कुछ जप अवश्य करें ।
घर में भैरव के इस सिद्ध तांत्रिक यंत्र को स्थापित करने से भैरव की विशेष कृपा उस घर में सदैव बनी रहती है । ऐसे परिवार के शत्रु स्वयं ही परास्त होने लगते है । घर से हर प्रकार की नकारात्मक शक्तियाँ दूर होने लगती है । ऐसे परिवार के सदस्यों में कभी आपसी कलह नहीं होते । आप भी अपने घर में भैरव के इस तांत्रिक यंत्र को स्थापित करें और इससे मिलने वाले चमत्कारों को स्वयं अनुभव करें । समय के अभाव रहते यदि आप इस भैरव यंत्र को घर पर सिद्ध नहीं कर पाते है तो आप हमसे संपर्क कर सकते है ।
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जय माँ कामाख्या