Chamatkari Aak Veer Siddhi :
यह साधना (Chamatkari Aak Veer Siddhi) कृतिका नक्षत्र के प्रारम्भ से शुरू करके उसी दिन सिद्ध की जाती है। साधक को यह सिद्धि मात्र 21 माला जप करने से प्राप्त हो जाती है। यह एक दिन की साधना होती है। साधक को अपने माथे पर सफेद तिलक लगाना चाहिये। सफेद वस्त्र ,आसन ग्रहण करने चाहिये ।आक के पेड़ के नीचे साधक शांत मन से बैठे। देशी घी का दिया जलाये, उद की धूप करे। मीठा रोट का भोग लगाय। मन्त्र जाप करे। प्रत्येक माला पर बेरी के कांटे से खरोंच लगाय आक के पेड़ पर। सम्पूर्ण कार्य होने पर शांत मन से बैठे रहे। मन्त्र जाप के समय या बाद में वीर साधक को आवाज देता है, डरे नही, निर्भय होकर वीर से वचन ले।
पवित्रीकरण,वास्तुदोष पूजन, संकल्प, सुरक्षा रेखा, गुरुमन्त्र अनिवार्य है। जब वीर सिद्ध होता है तो सभी कार्य सम्पन्न करता है। यह वीर बन्द आँखो में ही दर्शन देते है। सिद्धि के समय भयानक दृश्य दिख जाने पर साधक को डरना नही चाहिये।
मन्त्र – ” ॐ नमो आदेश गुरु का वीर कम्बली, वीर घात करे,चेते हनुमान वीर नही तो शिव की दुहाई।। “
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ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार: मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या