Maha Kali Tantrik Sadhana Kaise Karen ?
दस महाविद्याओं में से एक मां काली की साधना कई रूपों में की जाती है । इस तांत्रिक साधना (Kali Tantrik Sadhana) के फायदे से जीवन में कई स्तर पर सकारात्मक बदलाव आता है । जैसे भयमुक्त आत्मविश्वास बनने के साथ-साथ बौद्धिकता में वृद्धि आ जाती है । शत्रुओं का नाश भी किया जा सकता है और धन एवं सुख-संपदा अर्जित करने में मदद मिलती है । मां काली की आराधना अैर उनके मंत्र की तांत्रिक साधना (Kali Tantrik Sadhana) से आंतरिक शक्ति का एहसास होता है और व्यक्ति में अद्भुत किस्म का आत्मविश्वास भी जागृत होता है ।
मां कालि के मुख्यतः चार रूपों दक्षिण काली, श्मशान काली, मातृ काली और महाकाली में से सामान्य व्यक्ति को सिर्फ सात्विक भक्ति की साधना करने की ही सलाह दी गई है । जबकि इनकी साधनाएं (Kali Tantrik Sadhana) श्मशान काली, कामकला काली, गुह्य काली, अष्ट काली, दक्षिण काली, सिद्ध काली, भद्र काली आदि के नामों से की जाती हैं । सबसे शक्तिशाली स्वरूप मां काली की साधना (Kali Tantrik Sadhana) में उनके मंत्र का विशेष महत्व है । इसे शीघ्र फलदायी और मनोकामना पूर्ण किया जाने वाला कहा गया है । विशिष्टता लिए उनके सौ से अधिक मंत्रों के भाव औ प्रभाव इस प्रकार बताए गए हैः-
• एकाक्षरी मंत्र क्री मां काली का विशेष मंत्र है, जिसका जाप देवी की आराधना, उपासना और साधना (Kali Tantrik Sadhana) के लिए किया जाता है ।
• द्वि अक्षरी क्रीं क्रीं का जाप भी स्वतंत्र रूप से किया जाता है, लेकिन तांत्रिक साधनाएं (Kali Tantrik Sadhana) और मंत्र सिद्धि के लिए बड़ी संख्या मे किसी मंत्र के जाप करने से पहले और बाद में सात-सात बार किया जाता है।
• त्रि अक्षरी क्रीं क्रीं क्रीं मां काली की तांत्रिक साधनाओं (Kali Tantrik Sadhana) और उनके प्रचंड रूपों की आराधना के लिए किया जाने वाला विशिष्ट मंत्र है । इसका प्रयोग भी द्विअक्षरी मंत्र की तरह ही किया जाता है ।
• क्रीं स्वाहा के जाप का प्रयोग मां काली की आराधन के अंत में किया जाता है ।
• ह्रीं मंत्र भी एकाक्षर मंत्र है, जिसका प्रयोग मां काली की आराधना करने के बाद किया जाता है । इसकी मान्यता ज्ञान देने वाले मंत्र के तौर पर होती है, जिसे दक्षिण काली का विशिष्ट मंत्र कहा गया है।
• विविध समस्याओं को दूर करने संबंधी मां काली कि कृपा पाने के लिए छह से 21 अक्षरों वाले मंत्रों का प्रयोग किया जाता है । जैसे क्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा से सभी दुखों का निवारण होता है और धन-संपदा बढ़ती है ।
• क्रीं क्रीं फट स्वाहा का उपयोग सम्मोहन या वशीकरण की तांत्रिक साधना सिद्धियों के लिए विशेष तौर पर किया जाता है ।
• क्रीं क्रीं क्रीं क्रीं क्रीं क्रीं स्वाहा मंत्र जाप से अगर समस्त मनोकामनाएं पूरी की जा सकती हैं, तो जीवन में चारो उद्देश्यों धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की पूर्ति भी होती है । इसका प्रयोग आराधना के अंत में किया जाता है ।
• मां काली की तांत्रिक साधना में ग्यारह अक्षरों के मंत्र ऐं नमः क्रीं क्रीं कालिकायै स्वाहा के जाप से अत्यंत दुर्लभ और सर्वसिद्धियों की प्राप्ति होती है । इस मंत्र की सिद्धि के लिए खास तरह विधान बताए गए हैं । जिसके अनुसार पांच, छह, आठ और ग्यारह अक्षरों के मंत्रों के दो लाख जाप किया जाता है ।
अलग-अलग प्रभाव वाले मंत्रों से मां काली तांत्रिक साधना के अतिरिक्त निम्नलिखित पांच मंत्र समानरूप से प्रभावकारी साबित होते हैं, लेकिन इनका असर तभी होता है जब उनमें से प्रत्येक को एक लाख की संख्या में जाप किया जाता है । वह मंत्र हैः-
क्रीं हूं हूं ह्रीं हूं हूं क्रीं स्वाहा!
क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं स्वाहा!
नमः ऐं क्रीं क्रीं कालिकायै स्वाह!!
नमः आं आं क्रों क्रों फट स्वाहो कालिका हूं!
क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं क्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं स्वाहा!!
मां काली की आराधना एक तरह से जीवनरक्षा के लिए की जाती है । इनसे जीवन में निर्भिकता आती है और जीवनयापन सुखद बन जाता है । दूर होने वाली परेशानियां इस प्रकार की हो सकती हैंः-
• लंबे समय से चली आरी बीमारी या फिर किसी असाघ्य और लाइलाज रोग से मुक्ति मिल जाती है । मां काली की विधिवत पूजा के समाप्त होते ही बीमार व्यक्ति स्वस्थ होने लगता है ।
• मां काली की तांत्रिक साधना से काले जादू और किसी भी प्रकार के टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ता है । हर तरह की बुरी आत्माओं से मां काली बचाती है ।
• करोबार और रोजी-रोजगार में उन्नति की कामना करने वाले को मां काली की आराधना और तांत्रिक साधना करनी चाहिए । इससे कर्ज से छुटकारा मिल जाता है या फिर छूटी हुई नौकरी मिल सकती है । युवाओं को बेरोजगारी दूर करने या करिअर संवारने और शिक्षा में असफलता को दूर करने सफलता तभी मिल सुनिश्चित हो सकती है यदि वे मां काली की भी उपासना करें ।
• मां काली की कृपा सच्चे मन से उनकी आराधना करने वाले वैसे दंपतियों पर भी बनी रहती है, जो तनाव और समस्याओं से घिरे रहते हैं । इससे दांपत्य जीवन सुखमय बन जाता है ।
• रोज-रोज की आनेवाली नई मुसीबतों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो मां काली की आराधना अवश्य करें । संभव हो तो तंत्र, मंत्र और यंत्र का विधि-विधान से प्रयोग में लाएं ।
• मां काली की तांत्रिक साधना (Kali Tantrik Sadhana) शनि राहू की महादशा या अंतरदशा, शानि की साढ़े साती, आदि के दुष्प्रभावों को खत्म करने के लिए भी किया जाना चाहिए । इस साधना से पितृदोष और काल सर्पदोष को भी ठीक किया जा सकता है ।
Kali Tantrik Sadhana (Easy Mantra)
मां काली की आराधाना करने के लिए अचूक मंत्र को उच्चारण के दृष्टिकोण से सरल बनाया गया है, जिसे बताए गए विधि-विधान से जाप करना चाहिए। वह मंत्र इस प्रकार हैः-
“ओम नमो काली कंकाली महाकाली मुख सुंदर जिह्वा वाली,
चार वीर भैरों चैरासी, चार बत्ती पूजूं पान ए मिठाई, अब बोलो काली की दुहाई!”
• आर्थिक तरक्की और धन संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए इस मंत्र (Kali Tantrik Sadhana Mantra) का प्रतिदिन 108 बार जाप करना चाहिए । इस दौरान पंद्रह दिनों के दौरान किसी मंगलवार या शुक्रवार के दिन काली मंदिर में देवी काली को मीठा पान और मिठाई का भोग लगाना चाहिए ।
• कोर्ट-कचहरी और मुकदमें या कर्ज में उलझे व्यक्ति अगर नौ दिनों तक देवी काली के समक्ष गुग्गल की सुगंध की धूप जालाएं तब उन्हें अच्छे नतीजे मिलते हैं । इस दौरान घर में भी नौ दिनों तक देवी के सामने अखंड दीपक जलाकर मां दुर्गा का सप्तशती या देवी के मंत्रों (Kali Tantrik Sadhana Mantra) का जाप करना चाहिए ।
विशेषः देवी काली की (Kali Tantrik Sadhana) उपासना शाबर मंत्र से भी की जा सकती है । इसक उपयोग तांत्रिक साधना के समय में ही किया जाता है ।
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जय माँ कामाख्या