Sirf Mahamrityunjaya Jaap Se Tal Sakti Hain Aane Wali Musibaten :
हमारे धर्म ग्रंथों में ऐसे अनेक मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिनका यदि विधि-विधान से जाप किया जाए तो हर मुसीबत से बचा जा सकता है। ऐसा ही एक मंत्र है महामृत्युंजय। मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से बड़ी से बड़ी परेशानी भी दूर हो सकती है।
यह मंत्र वेदों से लिया गया है। इस मंत्र में भगवान शिव की महिमा का वर्णन है। महामृत्युजंय का अर्थ होता है मृत्यु से जीतने वाला। कुछ ग्रंथों में इसे त्रयंबकम मंत्र भी कहा गया है।
ये है महामृत्युंजय जप मंत्र (Mahamrityunjaya Jaap Mantra) :
“ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥”
मंत्र जाप करते समय रखें ये सावधानियां
1. सुबह स्नान आदि करने के बाद इस मंत्र सावधानी पूर्वक जाप करें। बोलते समय शब्दों का ध्यान रखें। जाप मन ही मन करें।
2. मंत्र जाप (Mahamrityunjaya Jaap) करते समय धूप-दीप जलते रहना चाहिए। जाप केवल रुद्राक्ष माला से ही करें।
3. इस मंत्र का जाप उस जगह पर करें, जहां भगवान शिव की मूर्ति, तस्वीर या महामृत्युमंजय यंत्र रखा हो।
4. मंत्र का जाप कुशा के आसान पर बैठकर करें। मंत्र का जाप एकाग्रता के साथ करें। अपने मन को भटकनें न दे।
5. अगर स्वयं इस मंत्र का जाप न कर सकें तो किसी योग्य पंडित से भी करवा सकते हैं।
1. इस मंत्र के जाप से सभी ग्रहों के दोष दूर हो सकते हैं।
2. अगर परिवार में कोई गंभीर रूप से बीमार है तो उसकी हेल्थ में सुधार के लिए इस मंत्र जाप बहुत फायदेमंद हो सकता है।
3. इस मंत्र का जाप करने से आने वाले संकट टल सकते हैं।
4. कालसर्प दोष, वास्तु दोष, पितृ दोष सभी का बुरा असर इस मंत्र के जाप से दूर हो सकता है।
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जय माँ कामाख्या