श्मशान से सम्बन्धित मंत्र

श्मशान मंत्र :
“ॐ नमो गुरुजी। हाथ लगे हथनिया बांह लागे करतार बीर चार
छाती लगे भैरो माझ ललाट। कील काला देब किल किल करैं।
रगत मांस को भोजन बैरी मरघट में धरै। तीन पहर तीसरी घडी
मारे और मरघट में डारे। मेरो बैरी तो हे तेरो भख तीन पहर में
कालजो चख मेरी शकत मेरी भगती फुरों मंत्र ईश्वरो बाचा।”
नोट : इन मंत्रों की साधना बिधि और प्रयोग बिधि मेरे पास नहीं है, मैंने केबल मंत्र जानकारी हेतु दिये हैं । श्मशान से सम्बन्धित मंत्र (Shmashan Se Sambandhit Mantra) के बारे में अधिक जानकारी हेतु आप किसी योग्य जानकार साधक से परामर्श लेबें । मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं हैं । ये मंत्र उग्र माने जाते हैं । बिना गुरु के और बिना बिधि के न करें अन्यथा प्राण संकट में पड जायेंगे इसलिये हम जिम्मेदारी नहीं होंगे, प्रयोगकर्ता स्वयं ही जिम्मेदार होगा । मेरी ये प्रयोग और साधनायें बिना गुरु के नहीं करें । नहीं तो हानि होने पर स्वयं जिम्मेदार होंगे ।
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जय माँ कामाख्या

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