कर्णपिशाचि प्रयोग बिधि
Karnpisachi Prayog : 1. मंत्र – “ओम कर्ण पिशाचि बदातीतानागत ह्रीं स्वाहा” महर्षि बेदब्यास ने इस मंत्र का जाप किया, फलस्वरुप बे अल्पकाल में ही सर्बज्ञ हो गये । 2. मंत्र : “कह कह कालिके गृह्य गृह्य पिण्ड पिशाचि स्वाहा” कर्णपिशाचि का यह दूसरा मंत्र है । इनका ध्यान इस प्रकार है – कृष्णां … Read more