कुंडली का सप्तम भाव : जानें विवाह भाव का महत्व

कुंडली का सप्तम भाव

कुंडली का सप्तम भाव : जानें विवाह भाव का महत्व कुंडली का सप्तम भाव व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी तथा पार्टनर के विषय का बोध कराता है । यह नैतिक, अनैतिक रिश्ते को भी दर्शाता है । शास्त्रों में मनुष्य जीवन के चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष हैं । इनमें काम का संबंध … Read more

जन्म से मृत्यु तक कुंडली के 12 भाव या घर :

कुंडली

जन्म से मृत्यु तक कुंडली के 12 भाव या घर : कुंडली : ईश्वर का विधान है कि मनुष्य जन्म पाकर मोक्ष तक पहुंचे अर्थात प्रथम भाव से द्वादश भाव तक पहुंचे । जीवन से मरण यात्रा तक जिन वस्तुओं आदि की आवश्यकता मनुष्य को पड़ती है वह द्वितीय भाव से एकादश भाव तक के … Read more