शरीर रक्षा कबच :
शरीर रक्षा कबच : शरीर रक्षा कबच : उलटा कबचोर पुलटा भाग तृदह देबता खलखली हाह (कबच के प्रहार से सब उलटा पुलटा हो गया, तीन लोक के देबताओ में खलबली मच गई) । भेद करू कबच मंत्रों आग भैला थीओ तृदह देबता उरी गैला (कवच मंत्रो से आग निकली जिससे तीनों लोकों के देबता … Read more