भैरब दादा का दिशा बन्धन मंत्र

Disha Bandhan Mantra

Bhairab Dada Ka Disha Bandhan Mantra : मंत्र : “ॐ नमो आदेश गुरुजी को आकाश बांधो, पाताल बांधो, बांधो ताबा ताई। धरती माता तोहे बांधो। दोहाई भैरो बाबा की चारों दिशा बांधूं आठो कोणों का बन्धन बान्ध्या न बन्धे तो कामरू कामख्या माई की दुहाई शंकर महादेब की दुहाई जति गोरखनाथ की आण बाबा अघोरी … Read more

प्रचण्ड चंडिका साधना कैसे करें ?

Prachand Chandika Sadhana

Prachand Chandika Sadhana Kaise karein ? “प्रचण्ड चंडिका साधना (Prachand Chandika Sadhana)” श्री भगबती आद्याशक्ति पार्बती का ही एक रूप है । इन्हें “छिन्मस्ता” भी कहा जाता है । दश महा बिद्याओं के अंतर्गत प्रचण्ड चंडिका साधना (Prachand Chandika Sadhana) की भी गणना की जाती है । “बिश्वस्सर” एबं “रुद्रयामल तंत्र” में प्रचण्ड चंडिका साधना … Read more

भगवती महामाया के दस स्वरूप

Bhagwati Mahamaya ke das swaroop

Bhagwati Mahamaya Ke Das Swaroop : सर्वेश्वरी जगन्माता भगवती महामाया (Bhagwati Mahamaya) के दस स्वरूपों का संक्षिप्त चरित्र – देवी के 10 रूप – भगवती महामाया (Bhagwati Mahamaya) काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला- का वर्णन तोडल तंत्र में किया गया है । शक्ति के यह रूप संसार के सृजन … Read more

ब्रह्मांड की मूल शक्ति की आराधना से संकट का तुरंत करें समाधान

Brahmand Ki Mool Shakti Ki Aardhana

Brahmand Ki Mool Shakti Ki Aardhana : भारतीय संस्कृति के अप्रतिम ग्रंथों में तथा शास्त्रों और पुराणों में शक्ति की उपासना अर्थात दस महा विधयों की साधना और उपासना का विशेष महत्त्व है । शक्ति के विभिन रूप है जैसे- माँ दुर्गा, माँ काली। सच मे तो सभी देवीयाँ एक ही है । आद्याशक्ति कोध्र … Read more

श्री दुर्गा सप्तशती अर्गला स्तोत्र प्रयोग कैसे करें ?

Sri Durga Saptashati Argala Stotra

Sri Durga Saptashati Argala Stotra Prayog Kaise Karen ? अर्गला स्तोत्र मंत्र : “रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि” इस (अर्ध) श्लोक (Sri Durga saptashati Argala Stotra) मंत्र से सम्पुटित करके श्री दुर्गा सप्तशती के पाठ का भी बिधान है । प्राय: लोग इस श्लोक को इसी भांति सम्पुट रूप से प्रयोग करते … Read more

संकट दूर करने के लिए सिद्ध मंत्र :

संकट दूर करने के लिए :

संकट दूर करने के लिए सिद्ध मंत्र : सिद्ध मंत्र : जो प्रभु दीनदयाल कहाबा। आरति हरन बेद जब गाबा।। जपहिं नामु जन आरत भारी। मिटाहिं कुसंकट होहि सुखारी।। दीन दयाल बिरद सम्भारी। हरहु नाथ म्म संकट भारी।।   बिधि : प्रभु राम की प्रतिमा के समख्य लाल कम्बल के आसन पर बैठकर रात भर … Read more

श्री पंचरत्न स्तोत्रम् :

श्री पंचरत्न स्तोत्रम्

श्री पंचरत्न स्तोत्रम् : श्री पंचरत्न स्तोत्रम् समस्त पापों को नष्ट करके अनेक मनोरथ को सिद्ध करता है । इसे कन्यादान तथा देबी-देबताओं के यज्ञों से अधिक श्रेष्ठ माना गया है । भगबती त्रिपुरसुंदरी का जो भी साधक तीनों कालों में से मात्र एक ही काल में केबल एक बार भी श्री पंचरत्न स्तोत्रम् का … Read more

दुर्गा सप्तशती द्वारा बशीकरण

दुर्गा सप्तशती

दुर्गा सप्तशती द्वारा बशीकरण : दुर्गा सप्तशती : शुभ दिन या नबरात्रों में दुर्गा सप्तशती का पाठ धूप दीप देकर बिधिबत करें । प्रत्येक श्लोक का श्रद्धा पूर्बक नौ दिन तक पाठ पूर्ण करें । पूजन करके कुमारियो को भोजन कराबें तथा लाल बस्त्र दान दे । नब दिन पूर्ण ब्रह्म्चर्य का पालन करें । … Read more