शरीर ब घर बांधना :

शरीर ब घर बांधना

शरीर ब घर बांधना : शरीर ब घर बांधना मंत्र : “जय जय नरहींगस्थी गमन आकाखोत बनीले चोधो भबन पातालो तो नागेस्वरी ठूल ठूल माटी कूकूरा तेजील्ये राउकोर फूर बांधी लो आमुकार (अमुक का) घर पूर्ब ब्रह्मा पश्चिमे श्री हंकर गुरु (शंकर गुरु) उत्तर माधो (माधब) दक्षिन गोपाल चारी पीन चारी हीन तोइते रोइला मद्धे … Read more

शरीर रक्षा कबच :

शरीर रक्षा कबच

शरीर रक्षा कबच : शरीर रक्षा कबच : उलटा कबचोर पुलटा भाग तृदह देबता खलखली हाह (कबच के प्रहार से सब उलटा पुलटा हो गया, तीन लोक के देबताओ में खलबली मच गई) । भेद करू कबच मंत्रों आग भैला थीओ तृदह देबता उरी गैला (कवच मंत्रो से आग निकली जिससे तीनों लोकों के देबता … Read more