कुंडली का सप्तम भाव : जानें विवाह भाव का महत्व

कुंडली का सप्तम भाव

कुंडली का सप्तम भाव : जानें विवाह भाव का महत्व कुंडली का सप्तम भाव व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी तथा पार्टनर के विषय का बोध कराता है । यह नैतिक, अनैतिक रिश्ते को भी दर्शाता है । शास्त्रों में मनुष्य जीवन के चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष हैं । इनमें काम का संबंध … Read more

क्यों अष्टम भाव (आयु भाव) से डरते है लोग?

क्यों अष्टम भाव (आयु भाव) से डरते है लोग?

क्यों अष्टम भाव (आयु भाव) से डरते है लोग? अष्टम भाव आयु भाव है इस भाव को त्रिक भाव, पणफर भाव और बाधक भाव के नाम से जाना जाता है । आयु का निर्धारण करने के लिए इस भाव को विशेष महत्ता दी जाती है । इस भाव से जिन विषयों का विचार किया जाता … Read more

गुरु ग्रह

गुरु ग्रह

गुरु ग्रह : गुरु ग्रह सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है । गुरु ग्रह का यंत्र बनबाकर इसे पूजा कक्ष में स्थापित कर दें । इस यंत्र की प्रतिदिन पूजा करने से पति –पत्नी के संबध मधुर होते हैं । गुरु एक राशि में 13 महीने यानी एक साल एक महीने रहता है । … Read more