महामृत्युंजय मन्त्र साधना और प्रयोग

Mahamrityunjay Mantra

Mahamrityunjay Mantra Sadhana Aur Prayog : यह मंत्र ऋषि मार्कंडेय को सबसे पहले प्राप्त हुआ था। महामृत्युञ्जय मंत्र यजुर्वेद के रूद्र अध्याय में स्थित एक मंत्र है। इसमें शिव की स्तुति की गयी है।इस मंत्र का सवा लाख बार निरंतर जप करने से आने वाली अथवा मौजूदा बीमारियां तथा अनिष्टकारी ग्रहों का दुष्प्रभाव तो समाप्त … Read more

श्री पंचरत्न स्तोत्रम् :

श्री पंचरत्न स्तोत्रम्

श्री पंचरत्न स्तोत्रम् : श्री पंचरत्न स्तोत्रम् समस्त पापों को नष्ट करके अनेक मनोरथ को सिद्ध करता है । इसे कन्यादान तथा देबी-देबताओं के यज्ञों से अधिक श्रेष्ठ माना गया है । भगबती त्रिपुरसुंदरी का जो भी साधक तीनों कालों में से मात्र एक ही काल में केबल एक बार भी श्री पंचरत्न स्तोत्रम् का … Read more

अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग :

अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग

अघोर म्रूतसंजीबनी प्रयोग : अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग : यह बिद्या अघोर पंथ से है, इस अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग बिद्या के बल से मुर्दा जिंन्दा भी हो सक्ता है ! तंत्र मे बहुत तरीके इसके लिखे है! हम यन्हा पर सिर्फ दो तरीके लिखते है ! अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग 1: अघोर मृतसंजीवनी प्रयोग का पहला उपाय … Read more