क्रोध शांन्ति के लिए :

क्रोध शांन्ति

क्रोध शांन्ति के लिए : क्रोध शांन्ति मंत्र : हलीं ठीं ठीं क्रोध प्रशमन ह्रीं ह्रीं हाँ क्लीं स: स: स्वाहा।। बिधि : इस मंत्र को १०८ बार पढकर पहनने के बस्त्र के एक कोने में गांठ लगाने से, जिस ब्यक्ति के उद्द्देश्य से मंत्र का जप किया जाये । बह चाहे स्त्री हो अथबा … Read more