शत्रु मारण हेतु धूमाबती मंत्र

Shatru Maran Hetu Dhoomabati Mantra

Shatru Maran Hetu Dhoomabati Mantra : “धूम धूम धूमाबती ! मरघट में रहती , मसान जगाती । सूप छानती, जोगानियों के संग नाचती । डाकानियों के संग मांस खाती ।मेरी बैरी (……) का भी तू मांस खायै, कलेजा खायै –लहू पियै –पियास बुझायै । मेरे बैरी को तड़पा –तड़पा मार ना मारै, तो तोहुं को … Read more

शत्रुनाशक धूमाबती बिद्या

Dhoomabati Vidya

Shatrunaashak Dhoomabati Vidya : तिनकों से एक छोटा सूप (छाजला) बनायें । थोड़ी शराब ब बकरे का कच्चा मांस का टुकड़ा ले जायें । अमाबस्या की रात्रि में जलती चिता के पास बैठकर १० माला धूमाबती बिद्या मंत्र (Dhoomabati Vidya Mantra) का जप करें । बहीं से एक कफ़न का टुकुडा प्राप्त करें, श्मशान भस्म … Read more

तीब्र ईच्छापुर्ति धुमावती साधना कैसे करें ?

Dhumavati Sadhana

Teebra Icchapurti Dhumavati Sadhana Kaise Karein ? धुमावती माँ के मंत्र तुरन्त प्रभावयुक्त है । यह केवल एक दिन की साधना है । माँ कि कुपा से हर मनोकामना पुर्ण होता है । रात्रि मेँ 10बाजे के बाद क्रिया आरंभ करे । दिशा किसि तरफ भी करले चलेगा । वस्त्र काला हो और माला रुद्राक्ष … Read more

दारिद्रनाशक धूमावती मंत्र साधना कैसे करें ?

Dhoomavati Mantra Sadhana

Daridranashak Dhoomavati Mantra Sadhana Kaise Karen ? जीवन में कई बार ऐसे पल आ जाते है की हम निराश हो जाते है, अपनी गरीबी से अपनी तकलीफों से और इस बात को नहीं नाकारा जा सकता की हर इन्सान को धन की आवश्यकता होती है ।  जीवन के ९९ % काम धन के आभाव में … Read more

नाथ प्रणीत धूमावती साधना क्या है?

Dhoomavati Sadhana

Nath Praneet Dhoomavati Sadhana Kya Hai ? धूमावती साधना (Dhoomavati Sadhana) एक एसी महाविद्या है जिनके बारे मे साहित्य अत्यधिक कम मात्र मे मिलता है । इस महाविद्या के साधक भी बहोत कम मिलते है । मूल रूप से इनकी साधना शत्रु स्तम्भन और नाशन के लिए की जाती है । लेकिन इस महाविद्या से … Read more

शत्रु नाशक शाबर धूमावती साधना विधि विधान

Shaabar Dhoomavati Sadhana

Shatru Naashak Shaabar Dhoomavati Sadhana Vidhi Vidhaan : दस महाविद्याओं में माँ धूमावती का स्थान सातवां है और माँ के इस स्वरुप को बहुत ही उग्र माना जाता है । माँ का यह स्वरुप अलक्ष्मी स्वरूपा कहलाता है किन्तु माँ अलक्ष्मी होते हुए भी लक्ष्मी है । एक मान्यता के अनुसार जब दक्ष प्रजापति ने … Read more