Upari Badha Hatane Ke Upay :
ऊपरी बाधा को हटाने (Upari Badha Hatane Ke Upay) के प्रयास करने के पहले यह जान लेना ज़रूरी है कि आखिर ऊपरी बाधा होती क्या है। जब किसी व्यक्ति पर भूत प्रेत या दूसरी नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव हो तो उसे ही ऊपरी बाधा कहते हैं। जब किसी व्यक्ति पर ऊपरी बाधा होती है तो इसका असर उसके व्यवहार पर साफ़ दिखाई देता है।
ऐसे व्यक्ति की टोन और बात करने का अंदाज एकदम बदल जाता है।उसे रात में नींद नही आती और वह कुछ भी बड़बबड़ाता रहता है। वह कभी जोर से गुस्सा करने लगता है या फिर रोने लगता है। यदि उसका गुस्सा बहुत ज्यादा हो जाता है तो वह खुद को या दूसरों को चोट भी पहुंचा सकता है।
यदि आपके सामने भी ऐसी कोई स्थिति उपस्थित हो जाती है तो आपको एकदम सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसे स्थिति में ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) पूरे आत्मविश्वास के साथ करने चाहिए। यहाँ ऐसे ही कुछ ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha hatane Ke Upay) दिए जा रहे हैं जो निश्चित ही आपके लिए काफी उपयोगी सिद्ध होंगे।
सुबह स्नान आदि से निपटने के बाद एक पान का पत्ता लें और इसे एक छोटे से दोने में रख दें। इसके बाद इसमें कुछ फूल रख दें। अब इसके सामने बैठकर ऊपरी बाधा से परेशान व्यक्ति की राशि के अनुसार उसके गृह के मन्त्र का उच्चारण 108 बार करें। अब इस दोने को पीड़ित के सिर के ऊपर से 7 बार उसार लें और फिर इसे नदी में प्रवाहित कर दें। ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में इस उपाय को करने से तुरंत लाभ मिलता है।
यदि आपको पता चलता है कि आपके घर के किसी सदस्य पर ऊपरी बाधा का असर है तो आपको मंगलवार या शनिवार को यह उपाय करना चाहिए। इस दिन सफ़ेद अपराजिता और जावित्री के रस का नस्य लें। ऐसा करने से डाकिनी आदि की बाधा भी दूर होती है।
जावित्री और सफ़ेद अपराजिता के पत्ते के रास का नस्य लेने से डाकिनी-शाकिनी आदि की बाधा दूर हो जाती है। यह क्रिया शनिवार या मंगलवार को ही करें।
यदि आप प्रेत-बाधा को दूर करना चाहते हैं तो ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत यह उपाय करें।आप पुष्य नक्षत्र में धतूरे का पौधा जड़ समेत उखाड़कर ले आयें और फिर इसे अपने घर के आसपास की जमीन पर उल्टा करके इस तरह गाड़ें कि उसकी जड़ ऊपर की तरफ रहे। इस उपाय को करने से घर में सुख शांति बनी भी रहती है।
ऊपरी बाधा हटाने से उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत शनिवार के दिन इस प्रयोग को करें। इस दिन काले धतूरे की जड़ लेकर आयें और पीड़ित की भुजा पर बांध दें। ऐसा करने से भूत, प्रेत और पिशाच उसका पीछा करना छोड़ देंगे। यदि पीड़ित स्त्री है तो जड़ को उसकी बायीं भुजा में बांधना चाहिए, यदि वह पुरुष है तो उसे उसकी दाहिनी भुजा में बांधना चाहिए।
जिस भी स्थान पर गाय का वास होता है भूत वहां आने से कतराते हैं। इसके लिए ऊपरी बाधा हटाने के उपाय में गाय का गोबर और गौमूत्र का प्रयोग करें। एक गाय के गोबर का कंडा जलाएं और उस पर गाय का थोड़ा सा घी डाल दें। पीड़ित व्यक्ति को एक कमरे में बिठाकर ये प्रयोग करेंगे को भूत-प्रेत उसको छोड़कर भाग जायेंगे।
आप ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत ये उपाय करना न भूलें। काली सरसों, काले बकरे का दायाँ सींग, सर्प की केंचुली, गुग्गुल, नीम के पत्ते, अपामार्ग के पत्ते और बच को लेकर अच्छे से कूट पीस लें। इस चूर्ण को जलते कंडे पर डालकर धूनी करें और पीड़ित व्यक्ति को धूनी दें। ऐसा करने से प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है।
आप किसी महत्वपूर्ण कार्य से जा रहे हैं और चाहते हैं कि ऊपरी बाधा आपकी राह का रोड़ा न बने तो आपको इस तरह से ऊपरी बाधा हटाने के उपाय करने चाहिए। घर से निकलते समय अपने हाथ में एक चुटकी हींग लें अब इसे अपने सिर पर से 3 बार उसारकर उत्तर दिशा की ओर फेंक दें। अब पूरे आत्मविश्वास के साथ कार्य को करने के लिए निकल पड़ें। ऐसा करने से यदि कोई नकारात्मक ऊपरी शक्ति आप पर प्रभाव डाल रही है तो वह निष्फल हो जायेगी।
यदि आप तांत्रिक प्रभावों से मुक्ति चाहते हैं तो ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) के अंतर्गत यह उपाय कर लेना चाहिए। जब किसी को ऊपरी बाधा सताती तो उसे हींग मिले पानी से कुल्ला करवाएं। ऐसा करने से तांत्रिक और ऊपरी बाधा का प्रभाव नष्ट हो जाता है।
यदि आपके घर पर ऊपरी बाधा है तो इसे हटाने के लिए आप यहाँ दिए गए प्रयोग को करें। आप 5 ग्राम कपूर, 5 ग्राम काली मिर्च और 5 ग्राम हींग ले लें। इसको पीसकर इसका पाउडर बनायें और फिर इसकी छोटी छोटी गोलियां बना लें। इन गोलियों को 2 बराबर भागों में बाँट दें और फिर एक हिस्से को सुबह और दूसरे को शाम को घर में जलाएं। ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में इस उपाय को करने से भूत प्रेत के प्रभाव को आसानी से नष्ट किया जा सकता है।
यदि आप रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट अपने गले में पहनते हैं तो इससे ऊपरी बाधा से सुरक्षा होती है। यदि आप घर को नज़र, ऊपरी बाधा और किसी भी प्रकार के तांत्रिक प्रभावों से बचाना चाहते हैं तो घर के बाहर के दरवाजे पर त्रिशूल वाला ॐ का प्रतीक लगायें।
“ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच शाकिनी डाकिनी यक्षणी पूतना मारी महामारी,यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम् क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा।” {{इस हनुमत मंत्र का उच्चारण 5 बार अवश्य करें। }}
ऊपरी बाधा को दूर करने के लिए माँ काली और भगवान गणेश की आराधना करें। हर शाम माँ काली को अगरबत्ती लगायें और ऊपरी बाधा से रक्षा की प्रार्थना करें। भगवन गणेश को प्रतिदिन सुपारी भेंट करने से भी ऊपरी बाधा से रक्षा होती है।
ऊपरी बाधा हटाने के उपाय (Upari Badha Hatane Ke Upay) में हनुमान की आराधना बहुत असरकारी होती है। इसके लिए आप घर में प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। यदि आप किसी शनिवार या मंगलवार को बजरंग बाण का पाठ कराते हैं तो इससे आपको और आपके घर को ऊपरी बाधाओं से सुरक्षा मिलती है।
To know more about Tantra & Astrological services, please feel free to Contact Us :
ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार (मो.) 9438741641 {Call / Whatsapp}
जय माँ कामाख्या