बिजय प्रदाता मंत्र

Vijay Pradata Mantra

मंत्र – “ॐ नमो बिश्वरूपाय अमुकस्य अमुकेन बिजयं कुरु कुरु स्वाहा ।”
यह मंत्र 1008 बार जपने से सिद्ध हो जाता है ।

Vijay Pradata Mantra Prayog : 

इस मंत्र की प्रयोग बिधियां निम्नलिखित हैं –
(1) उक्त मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित सुदर्शन की जड़ को हाथ में बाँधने बाला ब्यक्ति युद्धभूमि में बिजय प्राप्त करता है ।

(2) अगहन की पूर्णिमा को चीते (चित्रक) की जड़ को उक्त मंत्र से 108 बार अभिमंत्रित कर, जो ब्यक्ति अपनी दाई भुजा पर बांधना है अथबा मस्तक पर धारण करता है, उसे बिबाद (मुकदमे) में बिजय प्राप्त होती है ।

टिप्पणी –

प्रयोग करते समय मंत्र में जिस स्थान पर अमुकस्य अमुकेन शव्द आया है, बहाँ जिसको जिसपर बिजय प्राप्त करानी हो, उन दोनों के नामों का उचारण करना चाहिए । कलियुग में बिधिपुर्बक उपासना करने पर इनके मंत्र अबश्य फल देते हैं । मंत्र सिद्ध करने के लिए शुभ मुहूर्त, योगादि देखकर ही कार्य आरंभ करना चाहिए ।

Read More : Prabhu Kripa Paane Ka Mantra

Our Facebook Page Link

ज्योतिषाचार्य प्रदीप कुमार
हर समस्या का स्थायी और 100% समाधान के लिए संपर्क करे :मो. 9438741641 {Call / Whatsapp}

India's leading astrological service center with a proven track record of success. Our expert astrologers provide accurate predictions, effective remedies, and personalized guidance for a brighter future."

Sharing Is Caring:

Leave a Comment